हम यह अनुभव करते हैं कि हमारा देश रहने के लिए अच्छी जगह बन सकता है, यदि हमारे नेता व प्रशासनिक अधिकारी अच्छे हो| हलाकि असली परिवर्तन तभी आ सकता है, जब इस देश के लोग सरकार नौकरों क जवाबदेही तय करें| जिससे वे इस देश के गरीब नागरिकों के प्रति उत्तरदायी हों और जब ऐसा होगा,
हम सरकार की जवाबदेही की शुरुआतही नहीं कर सकते, जब तक हमारे पास सरकार के निर्णयों व कार्यों की मूलभूत सूचनाएं उपलब्ध नहीं हों संसद में पारित सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 हमें ऐसा करने का हक देता है|
यह हमें सरकार से प्रश्न पूछने तथा ऐसी सूचनाएं, जो हमें हजारों तरीकों से प्रभावित करतीं हैं, प्राप्त करने का अधिकार देता है| यधि इसका उपयोग रचनात्मक तरीकें से किया जाए, तो यह सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित कर सकता है|
हम सभी कर चुकाते हैं यहाँ तक कि एक गली का भिखारी भी कर चुकाता है, जब वः साबुन अथवा माचिस खरीदता है, तो वह बिक्री कर व एक्ससज कर के रूप में कर चुकाता है| यह पैसा हमारा है|
सूचना का अधिकार अधिनियम सरकार से सूचना प्राप्त करने का अधिकार देता है| जिससे निष्क्रियता व भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो सकता है तथा आपकी शिकायतों को भी हल कर सकता है|
सरकार विभिन्न विकास कार्यों पर काफी अधिक पैसा खर्च करती है, अतः आप अपने क्षेत्र में पंचायत/नगरपालिका से सभी कार्यों के खर्च का लेखा-जेखा मांग सकते हैं, जैसे:
ऐसी सूचनाएं देश के विभिन्न भागों महाराष्ट्र, राजस्थान तथा दिल्ली के लोगों द्वारा माँगी गयी हैः| जब ऐसी सूचनाओं की भौतिक जाँच की गयी, तो पता चला कि बहुत सारे कार्य केवल कागजों पर ही किये गए| क्या आप अपने क्षेत्र में सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करना नहीं चाहेंगे?
भारत सरकार ने हमारे लिए एक अति उपयोगी कानून बनाया है, यह कानून है सूचना के अधिकार का, इसके तहत सरकार व उसके किसी भी भिभाग से सूचनाएं/जानकारियाँ माँगी जा सकती हिं| सरकारी विभागों से सूचनाएं मांग कर आप सरकार व प्रशासन की जवाबदेही तय कर सकते हैं| सुचना के अधिकार के उपयोग से सरकारी विभागों में निष्क्रियता, भ्रष्टाचार का तो पता चल ही सकता है, शिकायतों व समस्याओं का समाधान भी हो सकता है, इसके लिए जरुरी है कि आप इस कानून व इसके उपयोग के रचनात्मक तरीके जानें|
क्या सरकार के किसी भी विभाग में आपके किसी भी कार्य पर कारवाई नहीं हुई? इस काम के बदले क्या वः अपने रिश्वत की उम्मीद अथवा मांग कर रहें है? क्या आपने सरकार के किसी भी विभाग में शिकायत याचिका दायर की है व उस पर गलत कार्य की शिकायत की है व उस पर कारवाई नही हो रही है?
तो आप सूचना का अधिकार अधिनयम 2005 प्रार्थना पत्र की स्थिति जानने के लिए उपयोग कर सकते हैं? कार्य की स्थिति की सूचना की यह मांग उन्हें कार्य करने के लिए भी बाध्य कर सकती है|
स्रोत:- सूचना का अधिकार विधेयक, 2005, जेवियर समाज सेवा संस्थान, राँची|
अंतिम बार संशोधित : 2/21/2020
इस भाग में महाराष्ट्र राज्य के पंचायतों की सफल कहा...