महिलाओं की अपनी सहायता स्वयं कर सकने में सहायता करें
अपने देखा कि इस अध्याय में रोशन जी तथा ममता ने ललिता के समुदाय की महिलाओं की एक स्वास्थ्य समस्या को सुलझाने में सहायता करने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। रोशन जी तथा ममता इनते प्रभावशाली हो सके – इसका कारण था कि उन्होंने ललिता व उसकी सहेलियों की स्वयं की सहायता करना सीखने में सहायता की।
आप भी रोशन जी तथा ममता के उदहारण का पालन करते हुए, अपने समुदाय की महिलाओं की सहायता कर सकते हैं।
अपने ज्ञान को बांट सकते हैं:
अपनी सहायता स्वयं करने के लिए महिलाओं को जानकारी चाहिये । अनके स्वास्थ्य समस्याओं की रोकथाम की जा सकती है अगर लोगों को इस बारे में जानकारी है। लेकिन याद रखिए कि लोगों की सहायता करने के लिए ये आवशयक नहीं है कि आपके पास हर प्रश्न का उत्तर हो। बहुत बार उत्तर इतने आसान नहीं होते हैं । जब आपको किसी प्रश्न उत्तर नहीं पता हो तो ऐसा स्वीकार करने में कोई हानि नहीं है। आपके साथ काम कर रहे लोगों को आपकी इमानदारी देखकर प्रसन्नता होगी।
महिलाओं के साथ सम्मानजनक व्यवहार कर सकते हैं:
हर महिला को इतना योग्य मानिये कि वह अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में समझने तथा अपने उपचार के बारे में अच्छे निर्णय लेने में समर्थ हैं । कभी भी किसी महिला को उसकी समस्या अथवा बीते हुए समय में उसके द्वारा लिए गए निर्णयों के लिए दोषी मत ठहराईए ।
दूसरे लोगों की स्वाथ्य समस्याओं को गोपनीय रख सकते हैं:
स्वास्थ्य समस्यों रख सकते हैं । स्वास्थ्य समस्याओं बारे में ऐसी जगह चर्चा नहीं करें जहाँ अन्य लोग उसे सुन सकते हों । जब तक समस्याग्रस्त व्यक्ति ऐसा करने की अनुमति न दे, कभी भी उस व्यक्ति की स्वास्थ्य समस्या के विशेष में किसी अन्य से चर्चा न करें ।
याद रखें सलाह देने की अपेक्षा, ध्यान से सुन किसी की बात सुनना अधिक महत्वपूर्ण है:
अक्सर एक महिला को किसी ऐसे व्यक्ति की आवश्यकता होती है जो उसकी बात को, बिना सही या गलत का ठप्पा लगाये, ध्यान से सुन सके । उसकी बात को ध्यान से सुनकर आप उसको यह जताते हैं कि वह महत्वपूर्ण है । और जब उसे बोलने का अवसर मिलता है तो हो सकता है कि बोलते बोलते ही, उसे अपनी समस्या के हल के कुछ उत्तर मिल जायें ।
अन्य लोगों के साथ मिलकर उसकी समस्याएं सुलझाएं न कि उनके लिए जिनकी आप सहायता करती है आप उनसे सीखती हैं और वे आपसे:
अगर किसी महिला की बहुत सारी समस्याएं है तथा उन सबको सुलझाया नहीं जा सकता है, तो भी उसके पास कुछ विकल्प होते हैं। एक स्वास्थ्य कर्मचारी के नाते, आप उसकी यह अहसास करें में सहायता कर सकते हैं कि उनके पास विकल्प हैं तथा उसकी ऐसी जानकारी प्राप्त करने में सहायता कर सकते हैं जिसकी उसे स्वयं निर्णय लेने में आवश्यकता होगी।
उन लोगों से ही कुछ सीख सकते हैं जिनकी आप मदद कर रहे हैं:
दूसरों को अपनी सहायता स्वयं करते देखकर आप और लोगों की (ओर कभी-कभी अपनी भी) बेहतर सहायता करना सीख सकते हैं।
अपने लोगों के रीती-रिवाजों, परम्पराओं तथा विचारों का सम्मान करें:
आधुनिक विज्ञान के पास सभी प्रश्नों के उत्तर नहीं हैं। यह भी सत्य है कि आधुनिक औषधियों में से अनके, शाकीय औषधियों तथा परपरागत चिकित्सा पद्धतियों में से विकसित हुई है। इसलिए यह आवश्यक है कि दोनों पद्धतियों को अच्छी बातों का सामान करे और उन्हें प्रयोग में लायें। यह भी अहसास करे कि अगर प्रयोग में गलती है तो दोनों की तरीकों से हानि भी हो सकती है ।
यह पता करें कि लोग वास्तव में सीखना क्या चाहते हैं:
आप इस जाल में आसानी से फंस सकते हैं कि बिना यह पता लगाये कि वह उपयोगी होगी कि नहीं, आप जानकारी देना शुरू कर दें। यह अक्सर उन स्वास्थ्य कर्मचारियों के साथ होता है जो पहले से तैयार की गई स्वास्थ्य वार्ता देना शुरू कर देते हैं । लेकिन अगर आप यह ठीक से पता कर लें कि लोगों को क्या जानकारी चाहिए तो उन्हें वही ज्ञान व जानकारी प्राप्त हो सकेगी जो उनके लिए उपयोगी है। इससे उन्हें ज्ञान से और वृद्धि करने में भी सहायता मिलेगी।
लोगों के साथ योजना बनायें, लोगों के लिए नहीं:
जब आप अपनी कार्य योजना बनायें तो आप अपने समुदाय की महिलाओं तथा पुरुषों से पहले बात-चित करना सुनिश्चित कर लें। यह पता करें कि वे उस समस्या के बारे में क्या सोचते हैं जिसे आप सुलझाने का प्रयत्न कर रहें हैं। एक साथ मिलकर यह चर्चा करें कि उस समस्या के कारणों के बारे में क्या सोचते हैं तथा उसे किस प्रकार हल करना चाहेंगे। एक साथ मिलकर काम करने से ही सर्वोतम परिणाम प्राप्त होते हैं।
अंतिम बार संशोधित : 2/21/2020
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