पश्चिम सिंहभूम जिले में भूमि को एन्तिसोल्स, इन्सप्तिसोल्स एवं अल्फिसोल्स मृदा श्रेणी का पाया गया है। जिले की कुल भौगोलिक क्षेत्र का 31.1 प्रतिशत भूमि अल्फिसोल्स, 33.2 प्रतिशत इन्सप्तिसोल्स तथा 34.8 प्रतिशत एन्तिसोल्स मृदा श्रेणी के अंतर्गत पाया गया है।
जिले में मिट्टी का पी.एच. 4.2 से 7.5 तक पाया गया है। करीब 73.5 प्रतिशत मिट्टी अम्लीय समस्या (पी.एच. मान 5.5 से कम) से ग्रस्त हैं। इस जिले में अम्लीय भूमि का उचित प्रबंधन एवं उपचार किया जाना जरूरी है।
तालिका 1: जिले के भूमि में विभिन्न मृदा-क्रिया का वर्गीकरण
मृदा-क्रिया |
क्षेत्र (’00 हें.) |
कुल भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिशत |
अत्यधिक अम्लीय (पी.एच. 4.0-4.5) |
233 |
3.2 |
ज्यादा प्रबल अम्लीय (पी.एच. 4.5-5.0) |
1743 |
24.3 |
प्रबल अम्लीय (पी. एच. 5.1-5.5) |
3301 |
46.0 |
मध्य अम्लीय (पी.एच. 5.6-6.0) |
1216 |
16.9 |
कम अम्लीय (पी.एच. 6.1-6.5) |
396 |
5.5 |
उदासीन (पी.एच. 6.6-7.3) |
162 |
2.3 |
कम क्षारीय (पी.एच. 7.4-7.8) |
63 |
0.9 |
अन्यान्य |
68 |
0.9 |
कुल |
7182 |
100.00 |
जिले की मिट्टी में 0.11 से 2.26 प्रतिशत तक जैविक कार्बन की मात्रा पाई गई है। कुल भौगोलिक क्षेत्र का 31.4 प्रतिशत भूमि में जैविक कार्बन का स्तर निम्न से मध्यम तथा 67.7 प्रतिशत भूमि में अधिक पाया गया है।
तालिका 2: जिले के भूमि में जैविक कार्बन का स्तर
जैविक कार्बन (प्रतिशत) |
क्षेत्र (’00 हें.) |
कुल भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिशत |
निम्न (0.50 प्रतिशत से कम) |
702 |
9.8 |
मध्यम (0.50-0.75 प्रतिशत) |
1553 |
21.6 |
अधिक (0.75 प्रतिशत से अधिक) |
4859 |
67.7 |
अन्यान्य |
68 |
0.9 |
कुल |
7182 |
100.00 |
पश्चिम सिंहभूम जिले की मिट्टी में उपलब्ध नेत्रजन की मात्रा 185 से 614 किलो प्रति हेक्टेयर तक पाया गया है। क्षेत्र की अधिकाधिक भूमि में उपलब्ध नेत्रजन का स्तर मध्यम (86.4 प्रतिशत) तथा 5.8 प्रतिशत भूमि में निम्न पाई गई है।
तालिका 3: जिले के भूमि में उपलब्ध नेत्रजन का स्तर
उपलब्ध नेत्रजन (किलो/हें.) |
क्षेत्र (’00 हें.) |
कुल भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिशत |
निम्न (280 से कम) |
415 |
5.8 |
मध्यम (280-560) |
6202 |
86.4 |
अधिक (560 से अधिक) |
497 |
6.9 |
अन्यान्य |
68 |
0.9 |
कुल |
7182 |
100.00 |
क्षेत्र की भूमि में उपलब्ध स्फूर की मात्रा 1.0 से 17.0 किलो प्रति हेक्टेयर तक पाई गई। इनमें 95.3 प्रतिशत भूमि में निम्न तथा 3.8 प्रतिशत भूमि में उपलब्ध स्फूर मध्यम स्तर का पाया गया है।
तालिका 4: जिले के भूमि में उपलब्ध स्फूर का स्तर
उपलब्ध स्फूर (किलो/हें.) |
क्षेत्र (’00 हें.) |
कुल भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिशत |
निम्न (10 से कम) |
6844 |
95.3 |
मध्यम (10-15 ) |
270 |
3.8 |
अन्यान्य |
68 |
0.9 |
कुल |
7182 |
100.00 |
इस जिले की मिट्टी में उपलब्ध पोटाश की मात्रा 41 से 470 किलो प्रति हेक्टेयर तक पाया गया है। बहुतायत मिट्टी में उपलब्ध पोटाश का स्तर मध्यम (57.3 प्रतिशत) तथा 30.9 प्रतिशत भूमि में निम्न पाई गई है।
तालिका 5: जिले के भूमि में उपलब्ध पोटाश का स्तर
उपलब्ध पोटाश (किलो/हें.) |
क्षेत्र (’00 हें.) |
कुल भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिशत |
निम्न (108 से कम) |
2217 |
30.9 |
मध्यम (108-280) |
4114 |
57.3 |
अधिक (280 से अधिक) |
783 |
10.9 |
अन्यान्य |
68 |
0.9 |
कुल |
7182 |
100.00 |
यहाँ की मिट्टी में 0.5 से 32.3 मि.ग्रा. प्रति किलो उपलब्ध सल्फर विद्यमान तक पाया गया है, जिनमें जिले की 61.6 प्रतिशत भूमि निम्न, 28.9 प्रतिशत मध्यम तथा 8.6 प्रतिशत भूमि में अधिक उपलब्ध सल्फर का स्तर पाया गया है।
तालिका 6: जिले के भूमि में उपलब्ध सल्फर का स्तर
उपलब्ध सल्फर (मि.ग्रा./हें.) |
क्षेत्र (’00 हें.) |
कुल भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिशत |
निम्न (10 से कम) |
4421 |
61.6 |
मध्यम (10-20) |
2077 |
28.9 |
अधिक (20 से अधिक) |
616 |
8.6 |
अन्यान्य |
68 |
0.9 |
कुल |
7182 |
100.00 |
पश्चिम सिंहभूम जिले के मृदा सर्वेक्षण जाँच में कुल भौगोलिक क्षेत्र की भूमि में सूक्ष्म पोषक तत्वों की क्रिटिकल लिमिट के अनुसार उपलब्ध लोहा, उपलब्ध मैंगनीज, उपलब्ध कॉपर, उपलब्ध जिंक की स्थिति लगभग शत-प्रतिशत पर्याप्त पाई गई है। जिले की 48 प्रतिशत भूमि में उपलब्ध बोरॉन की कमी तथा लगभग 60.1 प्रतिशत भूमि में पर्याप्त पाई गई है ।
तालिका 7: जिले के भूमि में उपलब्ध बोरॉन का स्तर
उपलब्ध बोरॉन (मि.ग्रा./हें.) |
क्षेत्र (’00 हें.) |
कुल भौगोलिक क्षेत्र का प्रतिशत |
मूल्य-निर्धारण |
0.25 से कम |
1048 |
14.6 |
अपर्याप्त |
0.25-0.50 |
1681 |
23.4 |
|
0.50-0.75 |
2175 |
30.3 |
पर्याप्त |
0.75 से अधिक |
2210 |
30.8 |
|
अन्यान्य |
68 |
0.9 |
|
कुल |
7182 |
100.00 |
|
स्त्रोत: कृषि विभाग, झारखण्ड सरकार
अंतिम बार संशोधित : 10/3/2019
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