टर्की पालन हमारे देश में तेजी से बढ़ रहा है, खासकर गावों में और ग्रामीण लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान कर रहा है
विभिन्न नस्लें निम्नलिखित हैं-
टर्की पालन में आर्थिक मानदंड
नर-मादा अनुपात |
1:5 |
अंडे का औसत भार |
65 ग्राम |
एक दिन के बच्चे का औसत वजन |
50 ग्राम |
प्रजनन क्षमता प्राप्त करने की आयु |
30 सप्ताह |
अंडों की औसत संख्या |
80 -100 |
इन्क्यूबेशन अवधि |
28 दिन |
20 सप्ताह की आयु में शरीर का औसत भार |
4.5 – 5 (मादा) 7-8 (नर) |
अंडा देने की अवधि |
24 सप्ताह |
बेचने योग्य आयु नर मादा |
14 -15 सप्ताह 17 – 18 सप्ताह |
बेचने योग्य भार नर मादा |
7.5 किलो 5.5 किलो |
खाद्य कुशलता |
2.7 -2.8 |
बेचने योग्य होने की आयु तक पहुँचने तक भोजन की औसत खपत नर मादा |
24 -26 किलो 17 – 19 किलो |
ब्रूडिंग अवधि के दौरान मृत्यु दर |
3-4% |
अण्डा सेना
टर्की में अण्डा-सेना (उद्भवनकाल) की अवधि 28 दिन होती है। अण्डा सेने के दो तरीके हैं।
क) ब्रूडिंग मादाओं के साथ प्राकृतिक अण्डा-सेनाः
प्राकृतिक रूप से तुर्कियाँ अच्छी ब्रूडर होती हैं और ब्रूडी मादा 10-15 अंडो तक सेने का कार्य कर सकती है। अच्छे खोल तथा आकार वाले साफ अंडों को ब्रूडिंग के लिए रखा जाना चाहिए ताकि 60-80 % अंडे सेने का काम किया जा सके और स्वस्थ बच्चे मिलें।
ख) कृत्रिम रूप से अण्डा सेनाः
कृत्रिम इन्क्यूबेशन में अंडों को इन्क्यूबेटरों की सहायता से अण्डा सेने का कार्य किया जाता है। सैटर तथा हैचर में तापमान तथा सापेक्ष आद्रता निम्नलिखित हैः
तापमान ( डिग्री एफ ) |
सापेक्ष आद्रता (%) |
सैटर 99.5 |
61-63 |
हैचर 99.5 |
85-90 |
अंडों को प्रतिदिन एक-एक घंटे के अंतर पर पलटना चाहिए। अंडों को बार-बार इकट्ठा किया जाना चाहिए ताकि उन्हें गंदा होने और टूटने से बचाया जा सके और उनकी हैचिंग बेहतर तरीके से हो।
ब्रूडिंग
टर्की में 0-4 सप्ताह की अवधि को ब्रूडिंग अवधि कहा जाता है। सर्दियों में ब्रूडिंग अवधि 5-6 सप्ताह तक बढ़ जाती है। यह अनुभव द्वारा सिद्ध बात है कि चिकन की तुलना में टर्की के बच्चों को होवर स्थान दोगुना चाहिए। एक दिन के बच्चों की ब्रूडिंग इंफ्रा रेड बल्बों या गैस ब्रूडर की सहायता और परंपरागत ब्रूडिंग सिस्टमों द्वारा की जा सकती है।
ब्रूडिंग के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें:
जीवन के पहले 04 सप्ताह के दौरान औसत मृत्यु दर 6-10% है। अपने जीवन के शुरुआती दिनों में छोटे बच्चे खाना खाने और पानी पीने में अनिच्छुक होते हैं। इसका मुख्य कारण उनकी खराब दृष्टि और घबराहट होती है। इसलिए उन्हें जबरदस्ती खिलाना पड़ता है।
जबरदस्ती खिलाना
छोटे बच्चों में मृत्यु दर का एक प्रमुख कारण भूख से मर जाना है। इसलिए खाना खिलाने तथा पानी पिलाने के लिए विशेष ध्यान रखना पड़ता है। जबरदस्ती खिलाने के लिए पंद्रह दिनों तक प्रति एक लीटर पानी पर 100 एमएल की दर से दूध तथा प्रति 10 बच्चों पर एक उबला अंडा दिया जाना चाहिए। यह छोटे बच्चों की प्रोटीन तथा शक्ति की आवश्यकताओं को पूरा करेगा।
खाने के बर्तन को उंगलियों से धीरे-धीरे थपथपाकर बच्चों को भोजन की तरफ आकर्षित किया जा सकता है। फीडर तथा वाटरर (पानी पीने का बरतन) में रंग-बिरंगे कंचे या पत्थरों को रखने से भी छोटे बच्चे उनकी तरफ आकर्षित होंगे। चूंकि टर्कीयों को हरा रंग बहुत पसंद होता है इसलिए उनके खाने की मात्रा को बढ़ाने के लिए उसमें कुछ कटे हुए हरे पत्ते भी मिला देने चाहिए। पहले 02 दिनों तक रंग-बिरंगे अंडे फिलरों को भी फीडर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
नीचे बिछाने की सामग्री
ब्रूडिंग के लिए आमतौर पर नीचे बिछाई जाने वाली सामग्री में लकड़ी का बुरादा, चावल का छिलका तथा कटी हुई लकड़ी के छिलके आदि इस्तेमाल किये जाते हैं। शुरू में बच्चों के लिए बिछाई जाने वाली सामग्री की मोटाई 2 इंच होनी चाहिए जिसे समय के साथ-साथ 3-4 इंच तक बढ़ाया जाए। बिछाई गई सामग्री में केकिंग को रोकने के लिए उसे कुछ समय के अंतराल पर पलट देना चाहिए।
पालन प्रणाली
टर्कीयों को फ्री रेंज या गहन प्रणाली के अंतर्गत पाला जा सकता है।
क) पालन का फ्री रेंज प्रणाली
लाभ
फ्री रेंज प्रणाली में एक एकड़ बाड़ लगी हुई भूमि में हम 200-250 व्यस्क टर्कीयों को पाल सकते हैं। प्रति पक्षी 3-4 वर्ग फीट की दर से रात में रहने के लिए आश्रय उपलब्ध करवाया जाना चाहिए। सफाई के दौरान उन्हें परभक्षियों से भी बचाया जाना चाहिए। छाया तथा ठंडा वातावरण उपलब्ध करवाने के लिए पेड़ लगाना भी जरूरी है। रेंज को बारी-बारी से उपयोग किया जाना चाहिए जिससे परजीवी के पैदा होने की संख्या में कमी आती है।
फ्री रेंज भोजन
चूंकि तुर्कियाँ बहुत अच्छी सफाईकर्मी होती है इसलिए ये केचुओं, छोटे कीड़ों, घोंघो, रसोई घर से उत्पन्न होनेवाले कचरे तथा दीमकों को खा जाती हैं जो कि प्रोटीन के अच्छे स्रोत होते हैं। इसके कारण खाने की लागत में पचास प्रतिशत की कमी आती है। इसके अतिरिक्त लेग्यूमिनिस चारा जैसे ल्यूक्रेन, डेस्मैनथस, स्टाइलो आदि भी खिलाया जा सकता है। फ्री रेंज में पाले जाने वाले पक्षियों के पैरों में कमजोरी और लंगड़ाहट रोकने के लिए ओयस्टर शैल के रूप में प्रति सप्ताह प्रति पक्षी 250 ग्राम की दर से कैल्शियम भी मिलाया जाना चाहिए। भोजन की लागत को कम करने के लिए दस प्रतिशत भोजन के स्थान पर सब्जियों का अपशिष्ट दिया जा सकता है।
स्वास्थ्य सुरक्षा
फ्री रेंज प्रणाली में टर्कीयों को आंतरिक ( राउंड वर्म) तथा बाहरी ( फाउल माइट) परजीवियों से बहुत अधिक खतरा होता है। इसलिए पक्षियों के विकास को बढ़ाने के लिए हर महीने उसे कीटाणुमुक्त तथा डीपिंग करना आवश्यक है।
ख. पालन का गहन प्रणाली
लाभः
आवास
जब टर्कीयों को गहरे कूड़े प्रणाली (डीप लीटर सिस्टम) के अंतर्गत पाला जाता है तो सामान्य प्रबंधन परिस्थितियाँ चिकन जैसी ही होती है किंतु यह ध्यान रखा जाना चाहिए कि उन्हें पर्याप्त स्थान, पानी पीने तथा खाना खाने का स्थान उपलब्ध करवाया जा सके, जिसमें बड़ी पक्षी आसानी से रह सके।
टर्कीयों को पकड़ना और उनका रख रखाव
सभी आयु-समूहों की टर्कीयों को एक छड़ी की सहायता से एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है। टर्कीयों को पकड़ने के लिए एक अंधेरा कमरा सर्वोत्तम है जहाँ उन्हें बिना किसी चोट के उनकी दोनों टांगों से पकड़ कर उठाया जा सकता है। फिर भी, व्यस्क टर्कीयों को 3-4 मिनट से ज्यादा देर तक नहीं लटकाया जाना चाहिए।
टर्कीयों के लिए सतह, भोजन व पानी पीने के बरतन रखने के स्थान की आवश्यकता
आयु |
फर्श पर स्थान (वर्ग फीट ) |
फीडर स्थान (सेंटी मीटर) (लिनियर फीडर |
वाटरर स्थान ( सेंमी) (लिनियर वाटरर) |
0-4 सप्ताह |
1.25 |
2.5 |
1.5 |
5-16 सप्ताह |
2.5 |
5.0 |
2.5 |
16-29 सप्ताह |
4.0 |
6.5 |
2.5 |
टर्की ब्रीडर |
5.0 |
7.5 |
2.5 |
टर्कीयों का स्वभाव आमतौर पर घबराहट वाला होता है, इसलिए वे हर समय डर जाती है। इसलिए टर्की के घर में आने वालों का प्रवेश सीमित किया जाना चाहिए।
पंखों को हटाना (डीबीकिंग)
पंखों को उखाड़ने तथा अपने साथ के बच्चों को खाने से रोकने के लिए छोटे बच्चों के पंख को हटा देनी चाहिए। पंख हटाने का काम एक दिन या 3-5 सप्ताह की आयु में की जा सकती है। चोंच की नोक से नासिका तक की लंबाई की आधी चोंच को हटा दें।
डिस्नूडिंग
एक दूसरे पक्षियों को चोंच मारने और लड़ाई के दौरान सिर में लगने वाले चोटों से बचाने के लिए स्नूड या ड्यू बिल (चोंच की जड़ में से निकलने वाली मांस की संरचना) को हटाया जाता है। जब बच्चा एक दिन का हो जाता है तो स्नूड को उंगली के दबाव से हटाया जा सकता है। 3 सप्ताह का होने पर इसे तेज कैंची की सहायता से सिर के पास से काटा जा सकता है।
नाखून की कटाई
एक दिन की आयु के बच्चों के नाखून की कटाई की जाती है। पूरे पंजे के नाखूनों की लंबाई सहित इसके अंतर्गत सबसे बाहर वाले पंजे के अंदर की दूरी तक पंजे का सिरा हटा दिया जाता है।
भोजन
भोजन के तरीकों में मिश्रित भोजन (मैश फीडिंग) और टिकिया के रूप भोजन (पैलेट फीडिंग) शामिल हैं।
हरे भोजन
गहन प्रणाली में कुल भोजन के 50 प्रतिशत तक सूखे मिश्रण के आधार पर हरे पदार्थों को मिलाया जा सकता है। सभी उम्र के टर्की के लिए ताजा ल्युसर्न (एक प्रकार का घास जो पशु खाते हैं) उत्तम कोटि का हरा चारा होता है। इसके अलावा भोजन लागत कम करने के लिए डीस्मैन्थस और स्टाइलो को काटकर भी खिलाया जा सकता है।
शरीर का वजन और चारा की खपत
सप्ताह में उम्र |
औसत शरीर भार (किलो ग्राम) |
कुल चारा की खपत (किलो ग्राम) |
सकल चारा क्षमता |
|||
नर |
मादा |
नर |
मादा |
नर |
मादा |
|
4थे सप्ताह तक |
0.72 |
0.63 |
0.95 |
0.81 |
1.3 |
1.3 |
8वें सप्ताह तक |
2.36 |
1.90 |
3.99 |
3.49 |
1.8 |
1.7 |
12वें सप्ताह तक |
4.72 |
3.85 |
11.34 |
9.25 |
2.4 |
2.4 |
16वें सप्ताह तक |
7.26 |
5.53 |
19.86 |
15.69 |
2.8 |
2.7 |
20वें सप्ताह तक |
9.62 |
6.75 |
28.26 |
23.13 |
3.4 |
2.9 |
प्रजनन कार्य
प्राकृतिक प्रजनन
वयस्क नर टोम के सहवास कार्य को स्ट्रट कहा जाता है। इस दौरान यह अपनी पंख फैलाकर बार-बार एक अजीब सी आवाज निकालता है। प्राकृतिक सहवास में मध्यम प्रकार के टर्कीयों के लिए नर और मादा का अनुपात 1:5 होता है और बड़े टर्कीयों के लिए यह अनुपात 1:3 होता है। सामान्यतौर पर प्रत्येक वयस्क मादा से 40-50 बच्चों की उम्मीद की जाती है। उर्वरत्व या प्रजनन कम होने के कारण पहले साल के बाद वयस्क नर का प्रयोग शायद ही किया जाता है। वयस्क नर में यह प्रवृत्ति पायी गई है कि उन्हें किसी खास मादा से ज्यादा लगाव हो जाता है इसलिए हमें प्रत्येक 15 दिनों में वयस्क नर को बदलना पड़ता है।
कृत्रिम गर्भाधान (इनसेमिनेशन)
कृत्रिम शुक्र सेचन का लाभ यह होता है कि पूरी मौसम के दौरान टर्की के समूहों में उच्च उर्वरत्व या प्रजनन क्षमता बनाये रखा जाए।
वयस्क नर से सिमेन (वीर्य) संचय करना
मुर्गियों में गर्भाधान (इनसेमिनेशन)
टर्की में होनेवाली सामान्य बीमारी
बीमारी |
कारण |
लक्षण |
रोकथाम |
एराइजोनोसिस |
सैल्मोनेला एरिजोना |
खर्चीला होता है और आँख की धुंधलापन और अंधापन हो सकता है। संभाव्य उम्र 3-4 सप्ताह। |
संक्रमित नस्ल समूह का हटाना और हैचरी में धूनी और सफाई करनी चाहिए। |
ब्लू कॉम्ब बीमारी |
कोरोना वायरस |
अवसाद, वजन में कमी, फ्रॉथी या पानी जैसी ड्रॉपिंग, सर और चमड़ो का काला होना। |
फार्म की टर्कीयों और संदूषण कम करना। उसे आराम का समय दें। |
दीर्घकालिक श्वसन बीमारी |
माइकोप्लाज्मा गैलिसेप्टिकम |
खाँसी, गर्गलिंग, छींकना, नाक से स्राव |
माइकोप्लाज्मा मुक्त समूह को सुरक्षित करें। |
एरिसाइपेलस |
एरिसाइपेलोथ्रिक्स रियुसियोपैथाइडि |
अचानक कमी, फूला हुआ स्नूड, चेहरे के भाग का रंग उड़ना, ड्रापी |
टीकाकरण |
मुर्गी हैजा (फावल कोलेरा) |
पैस्टुरेला मल्टोसिडा |
बैंगनी सिर, हरा पीला ड्रॉपिंग्स, अचानक मृत्यु |
सफाई और मरे हुए पक्षियों का हटाना |
मुर्गी चेचक (फावल पॉक्स) |
पॉक्स वायरस |
छोटे कंघी और बाली पर पीला फोड़ा और छाले बनना |
टीकाकरण |
रक्तस्रावी आँत्रशोथ |
विषाणु |
एक या एक से अधिक मरे पक्षी |
टीकाकरण |
संक्रामक सिनोवाइटिस |
माइकोप्लाज्मा गैलिसेप्टिकम |
बढ़े हॉक्स, पैर पैड, लंगड़ापन, स्तन छाले |
स्वच्छ भंडार खरीदें। |
संक्रामक सिनुसाइटिस |
जीवाणु |
नाक से स्राव, फूला हुआ साइनस और खाँसी |
बीमारी मुक्त नस्ल से बच्चों की रक्षा करें। |
माइकोटॉक्सिकोसिस |
फफूँद की उत्पति |
रक्तस्राव, पीला, वसा लीवर और किडनी |
खराब भोजन से बचें। |
नवीन घरेलू बीमारी |
पैरामाइक्सो विषाणु |
हांफना, घरघराहट, गर्दन का घूमना, पक्षाघात, नरम खोलीदार अंडे |
टीकाकरण |
टाइफ्वॉयड |
सैल्मोनेला प्युलोरम |
चूजा में अतिसार |
रोकथाम और समूह की सफाई |
टर्की कोरिजा |
बोर्डेटेला एवियम |
स्निकिंग, रेल्स और नाक से अधिक बलगम का स्राव |
टीकाकरण |
कोक्सिडायोसिस |
कोक्सिडिया एसपीपी |
खून दस्त और वजन में कमी |
उचित स्वच्छता और बच्चे के जन्म का प्रबंधन |
टर्की यौन रोग |
माइकोप्लाज्मा मेलिएग्रिस |
प्रजनन क्षमता और बच्चों में कमी |
सुदृढ़ स्वच्छता |
टीकाकरण-सारणी
जन्म के कितने दिन |
एनडी- बी1 तनाव |
4था व 5 वां सप्ताह |
मुर्गी माता |
6ठा सप्ताह |
एनडी- (आर 2बी) |
8 – 10 सप्ताह |
हैजा का टीका |
टर्की की बिक्री
16वें सप्ताह में वयस्क नर और मादा का वजन 7.26 किलो ग्राम और 5.53 किलो ग्राम हो जाता है। टर्की का बिक्री करने के लिए यह आदर्श वजन होता है।
टर्की का अंडा
टर्की का माँस
टर्की के माँस का पतला होने के कारण लोग इसे काफी पसंद करते हैं। टर्की के माँस के प्रत्येक 100 ग्राम में प्रोटीन, वसा और ऊर्जा मान क्रमश: 24%, 6.6%, 162 कैलोरी होता है। पोटैशियम, कैल्सियम, मैग्नेशियम, लौह पदार्थ, सेलेनियम, जिंक और सोडियम जैसे खनिज भी पाये जाते हैं। यह एमीनो अम्ल और नियासिन, विटामिन बी6 और बी12 जैसे विटामिनों से भी भरपूर होता है। यह असंतृप्त वसा अम्ल और दूसरे आवश्यक वसा अम्ल से भरा होता है तथा कोलेस्टरॉल की मात्रा कम होती है।
एक अध्ययन के अनुसार 24 सप्ताह की आयु और 10-20 किलो ग्राम वजन वाले नर मादा को यदि 300 से 450 रुपये में बेचा जाता है तो इसमें करीब 500 से 600 रुपये का लाभ होता है। इसी तरह एक मादा में 24 सप्ताह की समयावधि में करीब 300 से 400 रुपये का लाभ मिलेगा। इसके अलावा टर्की को सफाई और अर्ध-सफाई वाले स्थिति में भी पालन किया जा सकता है।
अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
निदेशक,
केन्द्रीय कुक्कुट विकास संगठन (एस आर)
हेस्सरघाटा, बेंगलूर- 560088,
फोन: 080-28466236 / 28466226
फैक्स: 080-28466444
ई-मेल: cpdosr@yahoo.com
वेबसाइट: http://www.cpdosrbng.kar.nic.in
स्रोत: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, काँके, राँची- 834006
अंतिम बार संशोधित : 2/22/2020
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