सब्जियों में क्षेत्रवार मान्यकृत समेकित नाशीजीव प्रबंधन प्रौद्योगिकियां
भिन्डी
स्थान
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आई पी एम मॉड्यूल
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गाजियाबाद
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- प्रचलित येल्लो मोजाईक वायरस प्रतिरोधक संकर प्रजाति सन -40 और मखमली का प्रयोग करें
- ज्वार या बाजरा को सीमान्त फसल के रूप में लगायें
- पीले चिपचिपे पोलिथीन ट्रेप को अरंडी तेल व डेल्टा ट्रेप के साथ चिपका कर सफ़ेद मक्खी के लिए स्थापित करें
- एरिअस विट्टेल्ला की निगरानी के लिए पक्षी बसेरों का निर्माण 10 प्रति एकड़ करें व फेरोमोन ट्रेप का 5 प्रति हेक्टेयर की दर से स्थापित करें
- पतंगों, सफ़ेद मक्खी व माईट के लिए एन एस के ई 5% की दर से छिड़काव करें
- ट्राईकोग्रमा किलोनिस को पांच बार साप्ताहिक अन्तराल पर फसल बोने के 42 दिन बाद छोड़ें
- इमिदाक्लोप्रिड, सय्पर्मेथ्रिन, क्लोरपायरीफोस और फेनवेल्रेट कीटनाशकों के 3-4 छिड़काव करें
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बैंगन
स्थान
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आई पी एम मॉड्यूल
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गाजियाबाद
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- भूमि की सतह से उठी पौधशाला बनाना
- भूमि तापिकरण करे
- 4 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज दर से ट्राईकोडर्मा विरिडी से बीज शोधित करें
- खेत में चिडियों के बैठने के लिए प्रति 10 एकड़ में अड्डे लगाने चाहिए ताकि वे कीटों का शिकार कर सकें
- होपर के लिए डेल्टा एव चिपचिपे पदार्थ वाले ट्रेप तथा सफ़ेद मक्खी वाले फेरोमोन ट्रेप 4 प्रति है की दर से ल्युसीनोडेस आर्बेनेलिस के लिए स्थापित करें
- लीफ होपर, चेपा व माईट से बचाव के लिए एन एस के ई 4% के तीनो छिड़काव प्रति है की दर से खेत में करें
- पौधों की पक्तियों के साथ साथ नीम खली 250 किलोग्राम प्रति है की दर से खेत में मिलाएं
- प्ररोह ओर फली बेधक के लिए 1 लाख प्रति है की दर से टी ब्रेसेलेनसिस अंड परजरवी को छोड़े
- अंडों के समूह, लारवा व हड्डा भ्रंग के प्रिपक्वों को इकठ्ठा कर नष्ट करें
- रोग से प्रभावित पत्तियों को तोड़ का नष्ट कर दिया जाये
- फसल पकने के दौरान एक छिड़काव एमीडक्लोपरिड, सायपरमेंथरीन का करें
- पीली शिरा मोजेक प्रतिरोधी संकर किस्मो सन ४- ओर मखमली को रोपें
- जवार / मक्का को सीमान्त फसल के रूप में बोयें
- पीले पदार्थ के ट्रेपस कसे केस्टर तेल के साथ आलेप करें व डेल्टा पाश को सफ़ेद मक्खी से बचाव के लिए स्थापित करें
- एन एस के इ 5% के तीन छिड़काव होपर, सफ़ेद मक्खी व घुन से बचाव के लिए करें
- रोपाइ के 42 दिन पशचात साप्ताहिक अन्तराल में परिजिवीयो ट्राईकोडर्मा किलोनिस को 5 बार छोड़ें
- यदि कोई पौधे पिली शिरा मोजेक से ग्रसित है तो बेधक ग्रसित को समय समय पर निकालते रहें
- एमिडक्लोपरिड, सायपरमेथरीन, क्लोरपइरिफस, ओर फेनवेलेरेट कीटनाशियो के 3-4 छिड़काव करें
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फूलगोभी
स्थान
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आई पी एम मॉड्यूल
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अगेती फूलगोभी
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पलरी खुर्द (सोनीपत ), अनंतपुर (जयपुर)
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नर्सरी
- मृदा तापिकरण / भूमि की सतह से उठी पौधशाला / ट्राईकोडरमा हर्जिअनम से 4 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज दर से बीज उपचारित करें / 2.5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से गोबर खाद व 50 ग्राम प्रति मीटर स्क्वेयर नीम केक से मृदा संशोधन करें
रोपाई से पहले
- भूमि की सतह से उठी पौधशाला बनाना / ट्राईकोडरमा हर्जिअनम 4 ग्राम प्रति लीटर में पौधों को डुबोयें/ डी.बी.एम और स्पोडोप्टेरा लिट्युरा के समाधान के लिए फेरोमोन ट्रेप स्थापित करें
रोपाई के बाद
- कीडों के अंडों, बड़े लार्वें को हाथ से उठायें/ नवजात लार्वें के ढेर से ग्रसित पत्तियों को हाथ से तोड़ें
- आवश्यकता अनुसार 5% एन. एस.के.ई, एन.पी.वी का प्रयोग आक्रमण होने की शुरुआत करें और बाद में कीटों से बचाव के लिए नोवालुरों/स्पिनोसाद/मेन्कोजेब जैसे कीटनाशकों का प्रयोग करें
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पछेती रबी फूलगोभी व बंदगोभी
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पलरी खुर्द (सोनीपत), अनंतपुर (जयपुर)
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नर्सरी
- मृदा तापिकरण / भूमि की सतह से उठी पौधशाला / ट्राईकोडरमा हर्जिअनम से 4 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज दर से बीज उपचारित करें / 2.5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से गोबर खाद व 50 ग्राम प्रति मीटर स्क्वेयर नीम केक से मृदा संशोधन करें
रोपाई से पहले
- भूमि की सतह से उठी पौधशाला बनाना / ट्राईकोडरमा हर्जिअनम 5 ग्राम प्रति लीटर में पौधों को डुबोयें/ डी.बी.एम और स्पोडोप्टेरा लिट्युरा के समाधान के लिए फेरोमोन ट्रेप स्थापित करें
- फूलगोभी की 25 पंक्तियों के बाद सरसों की दो पंक्तियों की बुवाई करें
रोपाई के बाद
- पीले चिपचिपे ट्रेप पंख वाले चेपों को पकड़ने के लिए स्थापित करें
- आवश्यकता अनुसार एन.एस.के.ई 5%, एथोफेंप्रोक्स/दिब्लूबेन्दमिदे, मेन्कोजेब का प्रयोग करें
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बंदगोभी
स्थान
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आई पी एम मॉड्यूल
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गाँव जदीपानी
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बुवाई से पहले (अप्रैल - मई )
- बुवाई से 3 हफ्ते पहले 10-15 सेंटीमीटर ऊँचाई की भूमि से उठी बेड्स गोबर की खाद का प्रयोग करके बनायेस व उन्हें पारदर्शी प्लास्टिक से ढक दें
बुवाई (जून)
- इमिड़ाक्लोप्रिड 3 ग्राम प्रति 100 ग्राम व कार्बनड़ेजिम 1 ग्राम प्रति 100 ग्राम बीज दर से बीज उपचारित करें
नर्सरी अवस्था (जून -जुलाई)
- कार्बनड़ेजिम का 2.5 ग्राम प्रति लीटर की दर से 1 छिड़काव करें
प्रत्यारोपण
- जैव नियंत्रकों (ट्राईकोडरमा हर्जिअनम और स्यूडोमोनास फ्लोरीसेन्स) के घोल में सीडलिंग डुबो कर उपचारित करें
- प्रमुख लेपिदोप्तेरस कीटों की निगरानी फेरोमोन पाश से करें
अगेती वृद्धि की अवस्था (जुलाई -अगस्त)
- भूमि से उठी पौधशाला में बुवाई करें और पानी के जमा होने से रोकने का प्रबंध करें
- नीम से बने कीटनाशकों /एस.एल. एन.पी.वी. का प्रयोग कीटनाशकों के प्रभाव को करने के लिए करें
- स्पोडोप्टेरा लिट्युरा के लार्वों और अण्डों को हाथ से उठायें
पछेती वृद्धि की अवस्था (सितम्बर -अक्टूबर)
- मेन्कोजेब का 2 ग्राम प्रति लीटर की दर से प्रयोग करें
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शिमला मिर्च
स्थान
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आई पी एम मॉड्यूल
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करनाल
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नर्सरी की स्थापना
- पौधशाला से उठी नर्सरी बनायें
- तीन हफ्ते के लगभग पारदर्शी प्लास्टिक से मृदा का तापिकरण करें
- ट्राईकोडरमा हर्जिअनम मिली हुयी गोबर खाद को नर्सरी की मृदा में मिलाएं
- कोलर रोट से बचाव के लिए साफ़ फफुन्दिनाशक का प्रयोग करें (बाविस्टिन + मेन्कोजेब)
मुख्य क्षेत्र
- रोपाई से पहले पौध को स्यूडोमोनास में 5 मिलीलीटर प्रति लीटर की दर से डुबो कर रखें
- चेपा से बचाव के लिए नीम से बने उत्पादों का छिड़काव करें
- थ्रिप्स से बचाव के लिए स्पिनोस्द 45 एस सी का छिड़काव करें
- फल बेधक के लिए फेरोमोन ट्रेप 2 प्रति एकड़ दर से स्थापित करें
- समय समय पर फल बेधक से बचाव के लिए ट्राईकोग्रामा परजीवी अण्डों को रिलीज करतें रहें
- फल बेधक से बचाव के लिए एच.ऐ.एन.पी.वी का छिड़काव 250 लीटर प्रति हेक्टेयर की दर से प्रारंभिक अवस्था से ही करें
- बेधक या गलन से क्षतिग्रस्त या मोसेक वायरस से प्रभावित पौधों को समय समय पर हटाते रहें
- आवश्यकता अनुसार एफिड के लिए इमिडाक्लोप्रिड, थ्रिप्स के लिए एसिफेट, फल बेधक के लिए इंडोक्साकार्ब और 0.02% मेन्कोजेब/बाविस्टिन + कप्टान का छिड़काव कालर व स्टेम रोट के लिए करें
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चोप्डियाल
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बुवाई से पहले (अप्रैल - मई)
- बुवाई से 3 हफ्ते पहले 10-15 सेंटीमीटर ऊँचाई की भूमि से उठी बेड्स गोबर की खाद का प्रयोग करके बनायेस व उन्हें पारदर्शी प्लास्टिक से ढक दें
बुवाई (जून)
- कार्बनड़ेजिम 1 ग्राम प्रति 1 किलोग्राम बीज दर से बीज उपचारित करें
नर्सरी अवस्था (जून -जुलाई)
- स्यूडोमोनास फार्म्युलेशन का 10 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से 1 छिड़काव करें
प्रत्यारोपण (जुलाई)
- जैव नियंत्रकों (ट्राईकोडरमा हर्जिअनम और स्यूडोमोनास फ्लोरीसेन्स) के घोल में सीडलिंग डुबो कर उपचारित करें
- प्रमुख लेपिदोप्तेरस कीटों की निगरानी फेरोमोन पाश से करें
अगेती वृद्धि अवस्था (जुलाई -अगस्त)
- भूमि से उठी पौधशाला में बुवाई करें और पानी के जमा होने से रोकने का प्रबंध करें
- नीम से बने कीटनाशकों /एस.एल. एन.पी.वी. का प्रयोग कीटनाशकों के प्रभाव को करने के लिए करें
- स्पोडोप्टेरा लिट्युरा के लार्वों और अण्डों को हाथ से उठायें
पछेती वृद्धि अवस्था (सितम्बर -अक्टूबर)
- मेन्कोजेब का 2 ग्राम प्रति लीटर की दर से प्रयोग करें
- कोपर फफूंदीनाशकों का प्रयोग करें
कटाई अवस्था (अक्टूबर)
- संक्रमित पौधों का उन्मूलन व विनाश करे
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अदरक
स्थान
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आई पी एम मॉड्यूल
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पाली और गेंद
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बुवाई से पहले
- ट्राईकोडरमा फार्म्युलेशन 250 ग्राम प्रति क्विंटल की दर से गोबर खाद/वर्मी कम्पोस्ट में मिलाएं
- मृदा संसोधन के लिए क्लोर्पय्रिफोस 80 मिलीलीटर प्रति 200 स्क्वेयर की दर से प्रयोग करें
बुवाई
- मेन्कोजेब (2.5 ग्राम)+ कार्बनडेजिम(1 ग्राम ) + क्लोरपायरिफोस (2 मिलीलीटर) पानी में 1/2 से 1 घंटे तक बीज उपचारित करें
प्रारंभिक अवस्था
- मेन्कोजेब (2 ग्राम)+ कार्बनडेजिम (1 ग्राम ) का छिड़काव करें
- ट्राईकोडरमा + स्यूडोमोनास (2:1) फार्म्युलेशन का छिड़काव करें
- व्हाईट ग्रब को हाथ से पकड़ कर खत्म कर दें
कटाई की अवस्था
- फसल कटाई के बाद खेत की गहरी जुताई करें
- छाया में सुखाने व भण्डारण से पहले चुने हुए बीज, मेन्कोजेब (2.5 ग्राम)+ कार्बनडेजिम(1 ग्राम ) + क्लोरपायरिफोस (2 मिलीलीटर) पानी में 1/2 से 1 घंटे तक उपचारित करें
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स्त्रोत: राष्ट्रीय समेकित नाशीजीव प्रबंधन अनुसंधान केंद्र
अंतिम बार संशोधित : 2/22/2020
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