यह प्रोग्राम जनवरी 2018 में लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य देश के सबसे पिछड़े हुए जिलों में से विकास करना है। इसके लिए इन जिलों में पांच प्रमुख बिन्दुओं पर कार्य किया जायेगा : स्वास्थ्य व पोषण, शिक्षा, वित्तीय समावेश, कौशल विकास, कृषि व जल संसाधन तथा अधोसंरचना। इस योजना की सहायता से पिछड़े जिलों में विकास के इन सूचकों को राष्ट्रीय स्तर के बराबर लाने का प्रयास किया जायेगा।और देखें
बिहार राज्य का एक ज़िला शेखपुरा जिसका मुख्यालय शेखपुरा है। यह जिला ऐतिहासिक रूप से बहुत प्राचीन नगरी मानी जाती है ऐसा मत है प.....
श्रावस्ती हिमालय की तलहटी मे बसे भारत-नेपाल सीमा के सीमावर्ती जिले बहराइच से महज 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है | उत्तर प्रद.....
काेंडागांव छत्तीसगढ़ राज्य का एक जिला है। इसका प्राचीन नाम कोण्डानार था। बेलमेटल शिल्प से बस्तर को विश्व स्तर पर ख्याति दिलान.....
आकांक्षात्मक जिलों में स्थित ई-नाम मंडियों के विकास की कार्य योजना तैयार की गई है।
इस भाग में जलशक्ति मंत्रालय द्वारा शुरु की गई पहल के बारे में जानकारी दी गई है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
आकांक्षात्मक जिलों में समग्र स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय कार्य क...