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सीएससी के माध्यम से आयुर्वेद सेवा

सीएसी के माध्यम से मिलेगा आयुर्वेद परामर्श

सीएसी के माध्यम से सीएसी एसपीवी सभी आयुष सेवाओं को लाने के ले लिए प्रतिबद्ध है और एक पहल आयुर्वेद परामर्श और औषधीय उत्पाद लाने के लिए लिया गया कदम है। इस सबंध में जीवा आयुर्वेद के साथ टाई- अप किया गया है।

सीएससी – जीवा टेली परामर्श क्या है ?

सीएससी – जीवा टेली परामर्श सीएसी एसपीवी इस सहयोग के साथ जल्द ही एक किफायती मूल्य पर जीव आयुर्वेदिक डॉक्टरों के सहत आयुर्वेदिक टेलीमेडिसिन परामर्श शुरू करने जा रहा है। परामर्श के लिए बैंडविड्थ की समस्या को हल करने के लिए 256 केबीपीएस की कम गति के बैंडविड्थ का परीक्षण किया जा रहा है। 25 जुलाई 2016 से सीएससी केन्द्रों के माध्यम से जीव आयुर्वेदिक उत्पादों की बिक्री को पहले से सही शुरू कर दिया गया है। अपना सीएससी पोर्टल के माध्यम से उत्पादों की बिक्री यूपी, हरियाणा व पंजाब के राज्यों में है। लोंच होने के 3 सप्ताह के भीतर 80 से अधिक वीएलई द्वारा 250 से अधिक उत्पादों को दर्ज किया गया है।

सीएसी –जीवा उत्पादों के बिक्री की प्रक्रिया

  • वीएलई सीएससी पोर्टल पर लॉग इन करें।
  • जीवा लिंक पर क्लिक करें, वीएलई को निर्देश दिया जाएगा।
  • वीएलई की बुनियादी जानकारी को जीवा पोर्टल पर भरा जायेगा।
  • वीएलई जीवा ओटीसी उत्पादों का उपयोग कर सकते हैं।
  • एक यूनिक ऑडर नबंर उत्पन्न होता है, भविष्य में सन्दर्भ के लिए वीएलई के साथ शेयर किया जायेगा।
  • वीएलई जीवा पोर्टल पर सीएससी भुगतान प्रणाली के माध्यम से भुगतान करता है।
  • ऑडर भेज दिया जायगा और जीवा के लोजिस्टिक पार्टनर को रसीद सौंप दी जाएगी।
  • जीवा वीएलई के दरवाजे पर उत्पाद वितरित करेगा।

सीएसी के माध्यम से आयुष उत्पाद

सीएसी एसपीवी ने आयुष उत्पाद कराने के लिए 1 के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किये हैं। इस कदम से ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों में जनता को आसानी से एक किफायती मूल्य पर गुणवत्ता के आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी उप्तादों को ऑडर करने में मदद मिलेगी। इस कदम का उद्देश्य देश भर स्वास्थ्य संबधी उत्पादों की पहुँच बढ़ाने पर है। यह स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता को बढ़ावा देने के साथ ही देश में आयुष क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण बढ़ावा प्रदान करेगा। सीएससी पोर्टल के माध्यम से बिक्री के लिए तकनीकी एकीकरण प्रक्रिया में है और जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी।

सीएससी संग्रहन केंद्र के रूप में

स्वास्थ्य पहल को एक कदम आगे ले जाते हुए 18 मई 2016 को सीएसी एसपीवी ने सीएसी केन्द्रों के माध्यम से नैदानिक सेवाएं प्रदान करने के लिए थायरोकेयर के साथ एक करार किया है। परियोजना औरंगाबाद, महाराष्ट्र में अपने प्रयोगिक चरण में है। 1 सितम्बर  2016 से परियोजना को तालुकों अर्थात् पैठण, गंगापुर, खुलडाबाद, सिल्लोड, फुलाम्बरी, कन्नड़ और वैजापुर में शुरू किया जायेगा। 90 वीएलई ने उसके केन्द्रों के माध्यम से नैदानिक परीक्षण प्रदान में रूचि दिखाई है। 9 अगस्त, 2016 की नंवी मुबई में 30 वीएलई के पहले बैच को थायरोकेयर सुविधा में प्रशिक्षित किया गया है|

क्या है प्रक्रिया

  • वीएलई अब किफायती कीमतों पर निम्नलिखित नैदानिक परीक्षण प्रदान कर सकते है: ब्लड टेस्ट: सीबीसी, एच बीए 1 सी और टीएसएच  1 मूत्र परीक्षण: मूत्र एम्ए, क्रिएटिनिन अनुपात। पानी का परीक्षण: भौर्तिक और रासायनिक दोष, तत्वों, बैक्टीरिया और पानी में कीटनाशकों की जाँच।
  • रोगी नैदानिक सेवाओं का लाभ उठाने के लिए सीएससी केंद्र पर आता  है।
  • सीएससी पोर्टल पर रोगी को रजिस्टर करें और परीक्षण के लिए वर्क ऑडर संचालित के भुगतान के लिए ई-बटुआ का उपयोग कर करना है।
  • सीएससी केंद्र पर प्रमाणित पेशेवर के मदद से रोगी के रक्त किया जाता है।
  • सीएसी एसपीवी नजदीकी सीएससी केंद्र पर नमूना भेजता है।
  • उस स्थान के वीएलई थायरोकेयर सेवा प्रदाताओं के लिए (टीएसपी) नमूना भेजेंगे।

प्रायोगिक चरण के सफल समापन पर यह मॉडल अन्य राज्यों में दोहराया जायेगा

नैदानिक केन्द्रों के रूप में सीएससी

एसपीवी हैलो स्वस्थ्य सेवा प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से नॉन इंसेसिव बेसिक बॉडी वाईटल्स के परीक्षण किया जा सकता है। नीचे बॉडी वाईटल्स की सूची है जिनका एक सस्ती कीमत पर कॉमन सर्विस सेंटर पर परीक्षण किया जा सकता है।

शरीर का तापमान, चिकित्सक की सलाह के साथ ईसीजी, ब्लड प्रेशर, शुगर, रक्त और फेफड़ों में ऑक्सीजन का स्तर

परियोजना अपने प्रयोगिक चरण में है और 8 स्थानों अथार्त हरियाणा, पशिचम बंगाल, बिहार, पंजाब और राजस्थान और उत्तरप्रदेश में शुरू हो जायगा।

स्त्रोत: अपना सीएससी

टेलीमेडिसिन सेवा

अंतिम बार संशोधित : 3/3/2020



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