गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रशिक्षण के लिए पाठ्यक्रम की रूपरेखा
''प्राचीन काल से ही शिक्षा की प्रक्रिया विकसित होकर विविध रूपों में प्रसारित होती रही है। हरेक देश अपनी मौलिक सामाजिक-सांस्कृतिक अस्मिता को प्रसारित करने और समय की चुनौतियों से निपटने के लिए अपने यहां एक शिक्षा व्यवस्था विकसित करता है।'' राष्ट्रीय शिक्षा नीति 1986 का यह वक्तव्य, जिसे 1992 में संशोधित किया गया, भारतीय शिक्षा की दिशा तय करता है। यह नीति इस बात पर जोर देती है कि ''भारत सरकार हर पांच साल पर इस दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा करेगी और आगे के विकास के लिए दिशा-निर्देशों का प्रस्ताव रखेगी।''
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शैक्षणिक प्रकाशन
''गांधी ऑन एजुकेशन'', ''रोल, रिस्पांस्बिलिटी ऑफ टीचर्स इन बिल्डिंग अप मॉडर्न इंडिया'', एजुकेशन फॉर टुमॉरो'' जैसी किताबों और प्रसिद्ध लेखकों द्वारा शिक्षा पर लिखी हुई सामग्री के लिए पर क्लिक करें।
स्त्रोत: पोर्टल विषय सामग्री टीम
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