ममता ने माना कि अभी ललिता की समस्या पूर्णतया नहीं सुलझी थी क्योंकि जिन परिस्थितियों के कारण वह समस्या उत्पन्न हुई थी, वे अभी भी बरकरार थी । सभी की इस समस्या के मूल कारणों को पहचानने में सहायता करने के लिए ममता ने एक खेल खेलने का सुझाव दिया, जिसका नाम था – “लेकिन क्यों ? “
ममता ने सभी महिलाओं को एक घेरे में बैठाया और उसके प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयत्नं करने को कहा :
प्रश्न 1 : ललिता बीमार क्यों हुई ?
उत्तर 1 : गनोरिया और क्लेमाइडीया से।
प्रश्न 2 : लेकिन क्यों उसे गोनोरिया तथा क्लेमाइडीया हुआ ?
उत्तर 2 : क्योंकि उसके पति ने उसे संक्रमित किया।
प्रश्न 3 : लेकिन क्यों उसके पति को गोनोरिया तथा क्लेमाइडीया संक्रमण हुआ ?
उत्तर 3 : क्यूंकि उसने अन्य औरतों से यौन सम्बन्ध बनाये।
प्रश्न 4 : लेकिन क्यों उसने अन्य औरतों से यौन सम्बंध बनाये ?
उत्तर 4 : क्योंकि पुरुषों को यह सिखाया जाता है कि उन्हें अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण करने को कोई आवश्यकता नहीं है और वह अपनी पत्नी से लंबे समय के लिए अलग था।
प्रश्न 5 : लेकिन क्यों वह अपनी पत्नी से इतने लंबे समय के इए अलग था ?
उत्तर 5 : क्योंकि उसके पास अपने परिवार का पेट भरने के लिए पर्याप्त जमीन नहीं है और इसलिए उसके लिए गाँव से दूर में लंबे समय तक काम करने जाना आवश्यक है।
प्रश्न 6 : लेकिन क्यों उसके पास इतनी काम जमीन है ?
उत्तर 6 : क्योंकि अधिकतर भूमि कुछ मुट्टी भर बड़े जमींदारों के कब्जे में है।
प्रश्न 7: लेकिन ललिता को अन्य किन कारणों से संक्रमण हुआ ?
उत्तर 7 : क्योंकि उसका पति कंडोम का प्रयोग नहीं करता है।
प्रश्न 8: लेकिन क्यों उसका पति कंडोम का प्रयोग नहीं करता है ?
उत्तर 8 : क्योंकि उसे यह नहीं पता है कि एस.टी.डी किस प्रकार फैलाते हैं।
जब इन औरतों ने कारणों की एक लम्बी सूची तैयार कर ली तो ममता ने इन कारणों को विभिन्न समूहों में वर्गीकृत करने का सुझाव दिया । इस तरीके से उन सब परिस्थितियों को समझना सरल है जिनके कारण स्वास्थ्य समस्यायें पैदा होती है।
भौतिक कारण : कीटाणु या परजीवी या शरीर में उत्पन्न कोई अन्य शिकार या शरीर में किसी चीज का अभाव ।
पर्यावरणीय कारण : हमारे चारों ओर के वातावरण में शरीर को हानि पहुँचाने वाले भौतिक कारण जैसे कि चूल्हे का धुंआ, स्वच्छ पानी का अभाव, या भीड़-भाड़ वाली रहने की परिस्थितियाँ ।
सामाजिक कारण : लोगों का एक दुसरे के प्रति व्यवहार या सम्बंध । इससे उनके विश्वास, रीती-रिवाज तथा उनका रवैया भी शामिल है।
राजनीतिक तथा धार्मिक कारण : शक्ति में सबंधित कारण –किसका और कैसा नियंत्रण है – तथा भूमि, पूंजी तथा संशाधनों से सम्बंधित कारण – ये सब किसके पास हैं और किसके पास नहीं है ।
जब इन औरतों ने ललिता की समस्या के लिए जिम्मेदार कारणों को समूहों में वर्गीकृत किया तो उन्होंने एक सूची बनाई :
अगला कदम, ममता ने महिलाओं को बताया , यह होगा कि ये विभिन्न कारणों पर नजर डालें तथा ये निर्धारित करें कि कौन से कारणों को वे तथा समुदाय की अन्य महिलायें बदल सकती है। फिर उन क्रिया-कलापों के बारे में सोंचे जिनके द्वारा इन बदलावों को लाया जा सकता है।
ललिता तथा सुजया ने सोचा कि अगर उनके पतियों क एस टी डी के बारे में अधिक जानकारी हो तथा कोंडम भी अधिक महंगे न मिलें तो वे उन्हें कंडोम प्रयोग करने के लिए मन लेंगी। उन्होंने ये कार्यवाईयों करने की सोची :
समूह ने अन्य सदस्यों ने इन कार्यवाईयों के लिए सुझाव दिए :
१.हम क्या करने जा रहें हैं ? क्या कदम उठाएंगे ?
२.इन कार्यों को हम कब करेंगे ?
३.किसके साथ हम इन कार्यों को करेंगे ?
४.किस सामान आदि की हमें आवश्यकता पड़ेगी ?
५.इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए कौन जिम्मेवार है ?
स्वास्थ्य समस्याओं को हल करने के लिए, इस तरीके के प्रयोग करने में आपकी सहायता करने के लिए हम सभी कदमों की सूची का चार्ट दे रहें हैं । बाईं ओर कदम दिए गए हैं तथा दाईं ओर ललिता की कहानी के वे भाग दिए गए हैं जो उससे सम्बंधित कदम से मेल खाते हैं । जब कभी आपको कोई स्वास्थ्य समस्या हो तो उसके बारे में सही रूप से सोचने तथा उसे हल करने के लिए की जाने वाली कारवाई के लिए इस चार्ट का प्रयोग कर सकती हैं।
कदम |
ललिता की कहानी |
1) शक से शुरुआत करें। 2) समस्या के बारे में जितनी अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, करिए। इस बारे में प्रश्न पूछिए। 3) उन विभिन्न बिमारियों के बारे में सोचिए जिनसे वे लक्षण उप्तन्न हो सकते हैं। 4) उन सब संकेतों को खोजिए जो आपको यह बता सके कि सब से संभावित कारण क्या हो सकता है। 5) यह निर्णय कीजिए की कौन सा उत्तर शायद सही है। 6) इस बीमारी का सर्वोतम उपचार चुनिए। 7) यदि इस उपचार से कोई लाभ नहीं होता है तो पूरी क्रिया फिर से दोहराईए । 8) समस्या के मूल करनो को खोजिए। 9) इन कारणों को समूहों में वर्गीकृत कीजिए ताकि उनके हल करने के बारे में सोचा जा सके । 10) निर्धारित कीजिए कि इन में से कौन से कारणों में आप तथा आपका समुदाय बदलाव ला सकता है। 11) यह निर्धारित कीजिए कि इन बदलावों को लाने के लिए क्या कारवाईयां करनी पड़ेगी। 12) इन कार्यवाईयों को लागू करने के लिये एक योजना बनाइए। |
1) ललिता ने अपने योनि में असामान्य स्त्राव तथा पेशाब करते समय दर्द के लक्षण नोट किये । उसने अपनी सहेलियों तथा स्वास्थ्य कर्मचारी से सहायता मांगी । 2) रोशन जी ने ललिता से प्रश्न पूछे ताकि समस्या के संभावित कारणों के बारे में पता लगया जा सके। 3) रोशन जी ने इस प्रकार के लक्षण उत्पन्न कर सकने वाली सभी बिमारियों के बारे में सोचा । 4)रोशन जी ने यह पता करने की कोशिश की क्या एस टी डी के कारण ललिता के ये लक्षण हो रहें हैं। 5) रोशन जी ने निर्णय किया कि ललिता को शायद कोई यौन संक्रमण रोग हैं । 6) रोशन जी ने वह उपचार चुना जो कई एस टी डी में प्रभावी होता है । 7) ललिता ने गोलियां खाई परन्तु उसे कोई लाभ नहीं हुआ और उसे अन्य नये लक्षण पैदा हो गए। ममता ने सोचा कि ललिता को नई किस्म का गोनोरिया रोग है और से परिक्षण, जाँच पड़ताल तथा अन्य किस्म की दवाईयों का लिए शहर जाना चाहिए। 8) ललिता और उसकी सहेलियों ने उन कारणों के विषय में सोचा जिनकी वजह से इस प्रकार का एसटीडी उनके समुदाय में फैला है। 9) महिलाओं ने इन कारणों को भौतिक, प्रयावरणनिय सामाजिक, आर्थिक तथा राजनीतिक वर्गों में बांटा। 10) ललिता तथा सुजया का यह सोचना था कि वे अपने पतियों को कंडोम का प्रयोग करने के लिए राजी तथा वफादार रहने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है । 11) उन्होंने इस निर्णय लिया कि वे इस बात का अभ्यास करेंगी कि अपने पतियों से कंडोम का प्रयोग करने के लिए किस प्रकार बात की जाए; वे सुनिश्चित करेंगी की स्वास्थ्य केंद्र से कंडोम मुफ्त मिलें तथा रोशन जी से कहेंगी कि वे उनके पतियों को एस टी डी के बारे में बात करें और स्वास्थ्य केन्द्र में दवाईयों की बेहतर सप्लाई सुनिश्चित करें। 12) उन्होंने हर कार्यवाई के लिए एक योजना बनाई। |
अंतिम बार संशोधित : 1/8/2020
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