छत्तीसगढ़
संघ के 26वें राज्य और कभी मध्यप्रदेश का भाग रहे छत्तीसगढ़ को प्राचीनकाल में दक्षिण कोशल के नाम से जाना जाता था। इस क्षेत्र का उल्लेख रामायण और महाभारत में भी मिलता है। छत्तीसगढ़ में वन, खनिज और भूजल प्राकृतिक संसाधनों का असीम भंडार है और कोयला, कच्चा लोहा, चूना पत्थर, बॉक्साइट, डोलोमाइट तथा टिन के विशाल भंडार राज्य के विभिन्न हिस्सों में फैले हुए हैं। प्रदेश में सांस्कृतिक और आकर्षक प्राकृतिक विविधता भी है।