इस योजना के अंतर्गत गरीब बेघर ग्रामीण जनता को आवास, पुनर्वास योजना के तहत कुछ राशि ऋण के रूप में मुहैया कराया जाता है।
इस योजना में ग्रामीण युवाओं के लिए प्रशिक्षण द्वारा अनुदान के आधार आय के स्रोत का सृजन करना।
इस योजना के अंतर्गत शिक्षित बेरोजगारों युवक/युवतियों को अपना उद्योग धंधा शुरू करने के उत्प्रेरित करती है।
इस लेख में प्राथमिक विद्यालयों के लिए पोषाहार योजना की जानकारी दी गयी है।
इस योजना में ग्रामीण वयस्क महिलाओं में खाता खोलना, बचत करना, खाता खोलने के लिए प्रोत्साहित करना आदि के बारे में जानकारी दी गई है।
इस योजना का मूल उद्देश्य वृद्धावस्था (असहाय), विधवाओं विकलांगों को विभिन्न योजनाओं के आर्थिक सहयोग देना।
इस योजना का मूल उद्देश्य गैर कृषि मौसम के दौरान 18 से 60 वर्ष के जरूरत मंद लोगों को रोजगार मुहैया कराना है।
इस भाग में स्वर्ण जयन्ती ग्राम स्वरोजगार योजना (एस.जी.एस.वाई.) की जानकारी दी गई है।
एस.जी.एस.वाई. के क्रियान्वयन का निष्पादन हरेक स्तर में लगातार अनुश्रवण द्वारा किया जाएगा प्रखंड एवं जिला स्तरों पर यह निष्पादन प्रतिवेदन और सम्पतियों का भौतिक सत्यापन द्वारा किया जाता। केंद्र स्तर पर निष्पादन मासिक विकास प्रतिवेदन के आधार पर लगातार अनुश्रवण द्वारा किया है।
एस.जी.एस.वाई. की सफलता के लिए विभिन्न अभिकरणों में जो योजना के क्रियान्वयन के लिए उत्तरदायी है, घनिष्ट संबंध जरूरी है। इस कार्यक्रम को संयूक्त कार्यक्रम के रूप में समझना चाहिए। समन्वयन सुनिश्चित करने के ख्याल से एस.जी.एस.वाई. के अंतर्गत निम्नलिखित समितियों का गठन किया गया है।
इस भाग में छोटे- छोटे संगठन बना कर स्वरोजगार से जोड़ना और संगठित होकर सदस्यों को गरीबी रेखा से ऊपर उठाने से संबंधित साथ ही आय वृद्धि के लिए आर्थिक कार्यक्रम जानकारी दी गई।