अनुसूचित जाति का कोई भी विद्यार्थी, जिसने किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में एम.फिल/पीएच.डी. में प्रवेश लिया हो।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) कार्यान्वयन एजेंसी है। यूजीसी योजना अधिसूचित करता है, चयन करता है और नामजद बैंकों के माध्यम से अध्येतावृत्ति (फैलोशिप) जारी करता है।
इस योजना के माध्यम से अधिकतम 2000 फैलोशिप अर्थात् कनिष्ठ फैलोशिप प्रति वर्ष अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को दी जाति हैं।
एम.फिल के लिए अधिकतम अवधि 2 वर्ष और पीएच.डी. के लिए 5 वर्ष है।
01.12.2014 से दरों में संशोधन किया गया है और कनिष्ठ फैलोशिप के लिए प्रति माह लगभग 25,000/- रुपए तथा वरिष्ठ फैलोशिप के लिए प्रति माह लगभग 28,000/- रुपए है।
स्त्रोत: सामाजिक न्याय और आधिकारिता मंत्रालय
अंतिम बार संशोधित : 4/17/2023
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